*उत्तर प्रदेश STF का बड़ा खुलासा: फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड बजरंगी लाल गुप्ता सहित 4 शिक्षक गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश*
अमन केसरवानी टुडे इंडिया प्लस कौशांबी ( 7007468543)
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए, शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने और शिक्षकों को धमकाकर पैसे वसूलने वाले गिरोह के सरगना बजरंगी लाल गुप्ता सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह एसटीएफओ यूपी और अन्य विभागों के अधिकारियों के नाम पर फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर, विभिन्न जनपदों के बीईओ/डीआईओएस और परीक्षा नियंत्रक के कूटरचित फर्जी नोटिस भेजकर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है।
एसटीएफ की प्रयागराज और कौशांबी यूनिटों द्वारा संयुक्त रूप से की गई इस कार्रवाई में फर्जीवाड़े के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्तों में बजरंगी लाल गुप्ता (निवासी फतेहपुर), अमन कुमार (निवासी फतेहपुर), जितेन्द्र कुमार (निवासी प्रयागराज) और जयप्रकाश तिवारी (निवासी फतेहपुर) शामिल हैं।
*ऐसे करते थे ठगी*
एसटीएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बजरंगी लाल गुप्ता गिरोह 2016-17 की शिक्षक भर्ती में 17 अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने के नाम पर पहले ही ठगी कर चुका था। इसके बाद ये लोग उन अभ्यर्थियों को फर्जी तरीके से ज्वाइनिंग भी करा दिया करते थे। हाल ही में, यह गिरोह एसटीएफओ यूपी और अन्य विभागों के अधिकारियों की फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर, विभिन्न जनपदों के बीईओ/डीआईओएस और परीक्षा नियंत्रक के कूटरचित फर्जी नोटिस तैयार करता था। इन फर्जी नोटिसों को उन शिक्षकों को भेजा जाता था, जो फर्जीवाड़े या गलत तरीके से नौकरी पाए हुए थे। इन नोटिसों में धमकी दी जाती थी कि उनकी नौकरी खतरे में है और उन्हें बचाने के लिए मोटी रकम वसूली जाती थी। बताया गया है कि बजरंगी लाल गुप्ता इन नोटिसों को संबंधित को मेल करता था तथा विभिन्न विभाग के अधिकारियों को एसटीएफओ यूपी एवं अन्य विभाग के अधिकारियों के नाम से फोन करता था।
*फर्जी डिग्रियों का भी खेल:*
गिरफ्तार जयप्रकाश तिवारी ने पूछताछ में बताया कि वह एक सरकारी शिक्षक के दस्तावेज लेकर, उसके पिता के फर्जी दस्तावेज के आधार पर बीएओ/एसएओ फतेहपुर कार्यालय में बाबू राजेश तिवारी के साथ साठगांठ कर काम करने लगा था। यह भी खुलासा हुआ है कि बजरंगी लाल गुप्ता दूसरों की मेडिकल डिग्री या किराए के रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल कर अवैध क्लीनिक भी चलाता था।
*जांच में सामने आए कई मामले:*
एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया है कि बजरंगी लाल गुप्ता और उसके साथियों ने कई शिक्षकों को टारगेट किया था, जिनमें एसटीएफओ यूपी और शिक्षा निदेशालय के नाम से बीईओ, डीआईओएस को नोटिस भेजे गए थे। कई शिक्षकों को तो नोटिस दिखाकर उनसे धन उगाही भी की गई थी।
*छापेमारी और बरामदगी:*
मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने 8 जुलाई 2025 को जनपद प्रयागराज के फाफामऊ और कौशांबी के मंझनपुर में छापेमारी की। इस दौरान बजरंगी लाल गुप्ता को उसके ठिकाने से और जयप्रकाश तिवारी को फतेहपुर से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 3 अदद मोहरे (जो फर्जी बनाए गए थे), 2 अदद मोबाइल फोन और विभिन्न अधिकारियों के फर्जी साइन किए हुए कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए हैं।
*बजरंगी लाल गुप्ता: पुत्र स्व0 झंगड़ू प्रसाद निवासी 241/एफ मिलन चौक, शांतिपुरम, फाफामऊ थाना फाफामऊ, जनपद प्रयागराज।*
*जितेन्द्र कुमार: पुत्र स्व0 राघवेन्द्र प्रताप सिंह, निवासी पुरवा खास थाना मानधाता, जनपद प्रतापगढ़।*
*अमन कुमार: पुत्र स्व0 हरगोविंद, निवासी मोहद्दीपुर, थाना हुसैनगंज, जनपद फतेहपुर।*
*जयप्रकाश तिवारी: पुत्र पुत्तन तिवारी, निवासी 157 फूलमाऊ पोस्ट चुरियानी, थाना राधानगर, फतेहपुर।*
*इस गिरफ्तारी से शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग में फैले फर्जीवाड़े के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिससे आगे और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।*
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