नेवादा ब्लाक परिसर में अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह योग दिवस का किया गया शुभारंभ


जनपद कौशांबी के विकासखंड नेवादा के ब्लॉक परिसर में आज बृहस्पतिवार को समय 7 बजे सप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लेते हुए  योग दिवस की शुरुआत की।


आज बृहस्पतिवार को विकासखंड नेवादा के ब्लॉक परिसर में ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संदीप मिश्रा ने फीता काटकर साप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ किया जिसमें मौके पर एडीओ पंचायत अधिकारी नीरज मिश्रा, प्रदीप मिश्रा प्रिंसिपल इंटर कॉलेज, प्रधान संघ अध्यक्ष अमित सिंह, योग शिक्षक माधव गुरु , सांसद प्रतिनिधि जय सिंह पटेल ने मौजुद होकर साप्ताहिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ किया वही नेवादा ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संदीप मिश्रा ने कहा की योग हमारी संस्कृत का अहम हिस्सा है. आज के समय में यह हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा होना चाहिए. योग को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों में जागरूकता फैले इसके लिए हर साल 21 जून को 'इंटरनैशल योग दिवस' के रूप में मनाया जाता है. योग शरीर में लचीलापन लाने के साथ-साथ मांसपेशियों में भी ताकत लाता है. योग के लेकर सेलेब्स और आम लोग सब दिलचस्पी बयान करते हैं। योग शरीर से लेकर मस्तिस्क में नई ऊर्जा लाता है. बता दें कि योग का जिक्र ऋग्वेद जैसे पौराणिक पुस्तकों में भी मिलता है. इसका मतलब है कि योग करना नई बात नहीं है बल्कि इसकी उत्पत्ति हजारों साल पहले ही हो गई थी। हर साल 'इंटरनैशल योग दिवस' के मौके पर लोग इकट्ठा होकर योग करते दिखाई दीया करते हैं।


*इंटरनेशल योग दिवस' की शुरुआत*


भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव को अमेरिका द्वारा मंजूरी मिली। जिसके बाद सर्वप्रथम इसे 21 जून 2015 को पूरे विश्व में विश्व योग दिवस के नाम से मनाया गया। जैसा की 

आज विश्व भर में लोग स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास कर रहे हैं। योग का महत्व कोरोना काल में और अधिक बढ़ गया। जब कोविड लॉकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे। जिम बंद हो गए थे तब लोगों ने मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घर पर ही योगाभ्यास किया। लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 में ही हो गई थीं।


*योग दिवस पहली बार कब मनाया गया*


भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया। अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।


*21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस*


साल 2015 में 21 जून को योग दिवस मनाने का फैसला लिया गया। सवाल है कि 21 जून को ही योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे एक खास वजह है। 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।


*योगा करने के फायदे*


शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। योगासन, शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ मन को शांत करते हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास आपके लिए काफी मददगार हो सकता है। योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योगासनों में शारीरिक मुद्राओं, सांस लेने के व्यायाम और ध्यान का संयोजन किया जाता है। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम करने से लेकर सेहत को बूस्ट देने तक के लिए योगासनों का अभ्यास करना सहायक हो सकता है। प्राणायाम से लेकर कई तरह की योग मुद्राओं का अभ्यास आपको शारीरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं। 


*नियमित योग के क्या फायदे हैं*


योग आपके संपूर्ण फिटनेस स्तर में सुधार करके आपके शरीर की मुद्रा और लचीलेपन को भी बेहतर बनाता है। कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिमों को कम करने के लिए योगासनों का रोजाना अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है। 

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