ब्लॉक अधिकारियों के ऑफिस से नदारद रह
ने पर न्याय के लिए दर दर भटक रहे फरियादि
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कौशांबी ब्लॉक का अकाउंटेंट हुआ लापता |
अमन केसरवानी,टुडे इंडिया प्लस 7007468543
ब्लॉक अधिकारियों को नहीं है उच्च अधिकारियों का डर
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एडीओ पंचायत के ऑफिस पर लटक रहा ताला |
आपको बता दे कौशाम्बी ब्लॉक में एडीओ पंचायत, एपीओ मनरेगा ,सेल समाज कल्याण जो की पूरे ब्लॉक में 12 बजे तक आते है। वहीं कर्मचारियों को उच्च अधिकारियों को बिल्कुल भी डर नहीं जिससे इनके मनमानी रवैया से फरियादी दरबदर भटकता रहते हैं और अधिकारियों के ना मिलने पर उसे मजबूर होकर वापस घर जाना पड़ता। जैसा की ग्रामीण छेत्र से दर्जनों फरियादी आते है। और 2 से 3 घंटे तक उन्हे इंतजार करना पड़ता है। फरियादी भैरवा के राजकुमार को परिवार रजिस्टर की नकल की जरूरत थी। वह सुबह 10 बजे आकार बैठा था।एडीओ पंचायत को प्रार्थना पत्र देने के लिए लेकिन काफी देर तक इंतजार किया मगर अधिकारियों के न मिलने पर वह मायूस होकर फिर वह वापस चला गया।इसी तरह दाई का पूरा के मणिकांत द्विवेदी भी घंटो इंतजार किए लेकिन वह भी वापस चले गए।जुगराजपुर के लल्लू जो की वृद्धा पेंशन के लिए आए थे लेकिन समाज कल्याण अधिकारी भी ऑफिस से गायब थे। घंटो इंतजार करने के बाद भी कुछ नहि पता चला तो वह भी वापस चलें गए। वहीं आसपास के लोगों का कहना है कि यहां के अधिकारी व कर्मचारी मनमानी रवैया से काम करते हैं जब दिल करा ऑफिस में आते हैं जब दिल करा नहीं आते। यहा पहले फरियादी इंतजार करते रहते है उसके बाद एडीओ पंचायत आते भी है तो
जांच का बहाना कर निकल जाते है।और फरियादी बेचारे बैठे रह जाते है। इसी तरह बेदुली देवी का चार महीने से परिवार रजिस्टर की नकल और मृत्यु प्रमाण पत्र नही जारी हो सका एसडीएम साहब के आदेश के 4 महीने बीत जाने के बाद अधिकारी जवाब तक देना उचित नहीं समझते है। और सबसे बड़ी बात यह है की परिवार रजिस्टर में बेदुली देवी का नाम पहले 265 नम्बर पर दर्ज था।अब वह 265 पेज ही परिवार रजिस्टर से गायब कर दिया गया। यह एक बड़ा सवाल है।और जब इसकी जानकारी सबको होने लगी तो जांच के भय से एडीओ पंचायत और ग्राम विकास अधिकारी ने उसका नाम 313 नम्बर पर दर्ज कर दिया। लेकिन बेदुली देवी के पिता का नाम ही गायब कर दिया।अब विधवा महिला दर दर न्याय के लिए भटक रही है।अपना खेत पाने के लिए पीड़ीत महीला परेशान है। वही जो की पूरी दबंगई के साथ खेत पर दबंग कब्जा किए है। और उसे जब तक परिवार रजिस्टर की नकल और मृत्यु प्रमाण नहीं मिलता तब तक उसके नाम उसकी ज़मीन पर उसको नाम नही चढ़ सकता।
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