श्रावण मास में हर घर  विराजमान हैं भोले नाथ गूंज रहे शिव जयकारे



जहिके नाथ भोलेनाथ उ अनाथ कैसन होई *आचार्य पंडित बृजेन्द्र त्रिपाठी


टुडे इण्डिया प्लस/ब्यूरो प्रभाकर त्रिपाठी


लखीमपुर -- तहसील निघासन के अंतर्गत आने वाले ग्राम बरोठा निवासी यज्ञाचार्य बृजेन्द्र त्रिपाठी एवं सहयोगी आचार्य प्रभाकर त्रिपाठी ने कार्यक्रम स्थल गोमती नगर लखनऊ यजमान आकांक्षा उपाध्याय एवं अर्पिता उपाध्याय पुत्री पिता गोपेश्वर उपाध्याय, माता रीता देवी  दादी उर्मिला देवी आदि अनेक शिव भक्तों ने भगवान शिव शंकर के प्रशान्नार्थ वेदमन्त्र उच्चारण करते हुए  पंण्डित बृजेन्द्र त्रिपाठी ने सभी भक्तों को दुग्धाभिषेक कराया  जिसमें सभी ने ओम नमः शिवाय बोलते हुए  रूद्राभिषेक पाठ किया इस अभिषेक को करने से मनुष्य मृत्यु पर भी विजय प्राप्त कर सकता है। जहि के  नाथ भोले नाथ उ अनाथ कैसन होई और यह अभिषेक सभी मनोकामना  को पूर्ण करने वाला है। यह पूजन शंकर भगवान और माता पार्वती के प्रशान्नार्थ किया जाता है।  शंकर,पार्वती, की पूजा करके भक्त मनोवांक्षित फल प्राप्त कर सकते है। रूद्राभिषेक पाठ करने के बाद यज्ञाचार्य बृजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि शिव शब्द कल्याण कारक होता है शिव पूजा करने से भक्तों 

को सभी प्रकार के पापो से मुक्ति मिलती है। और मन को शांति भी मिलती है।  रूद्राभिषेक अनेक प्रकार के शिवलिंगो पर किया जा सकता है

*लक्ष्मी प्राप्त हेतु सोनी की सुख प्राप्त हेतु चांदी की दीर्घायु के लिए तांबें की *सर्व कार्य सिद्धि पाषाण की  अल्प मृत्यु निवारण हेतु मोती की सफलता प्राप्त हेतु पारद की धन प्राप्त हेतु धातु की इस प्रकार के शिवलिंगो पर अभिषेक करने से उपरोक्त लाभ प्राप्त होते है।

   यज्ञाचार्य बृजेन्द्र त्रिपाठी के साथ अनेक शिव भक्तों ने शिव शंकर के जय जयकार और ओम नमः शिवाय बोलते हुए भोले नाथ पर दुग्ध अभिषेक करते हुए दिखे।

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