जाने आज के दिन क्यों मनाया जाता है। फ्रेंडशिप डे, क्या है इसके महत्व


अमन केसरवानी/टुडे इंडिया प्लस 





जैसा कि दोस्ती का रिश्ता बेहद खूबसूरत रिश्ता होता है. ये रिश्ता हर जाती धर्म से परे होता है. दोस्ती एक ऐसा रिश्ता होता है जिसे बिना किसी शर्त के दिल से निभाया जा सकता है. दुनियाभर में हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।


आपको बता दे की हर वर्ष अगस्त के महीने पहले रविवार को मनाया जाने वाले फ्रेंडशिप डे इस साल आज यानी 7 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन को तो किसी राज्य में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मनाया जाता है। भारत में ये त्यौहार 1958 से मनाया जाता है। इस दिन सारे दोस्त इखट्टा हो कर घूमते फिरते है और अपनी दोस्ती का पर्व मानते हैं। लेकिन हर मित्रता दिवस मानाने वाले व्यक्ति के दिमाग में ये सवाल जरूर आता होगा की मित्रता के लिए एक यही दिन समर्पित क्यों है। इसके पीछे के बहुत पुरानी कहानी छुपी हुई है। दो दोस्तों की कहानी जिन्होंने ने दोस्ती के लिए एक नया मिसाल कायम कर दिया।



दो लोगों के नाम समर्पित है ये दिवस







कारन जाने से पहले ये जानना ज़रूरी है की सबसे पहले मित्रता दिवस कहा और कब मनाया गया। सबसे पहले मित्रता दिवस साल 1935 में मनाया गया था। इस दिन को अमेरिका में अगस्त के महीने में मनाया गया। दोस्ती के प्रतीक के तौर पर फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरुआत हुई, जिसके बाद हर साल मित्रता दिवस एक पर्व की तरह देश और दुनिया में मनाया जाता है। फ्रेंडशिप डे को मनाने की दिलचस्प कहानी ये है की, अमेरिका में 1935 में अगस्त के पहले रविवार के दिन एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि इस हत्या के पीछे अमेरिकी सरकार का हाथ था। जिस व्यक्ति की मौत हुई थी, उसका एक प्रिय मित्र था। जब दोस्त की मौत की सूचना मिली तो वह बहुत हताश हो गया। दोस्त के जाने के गम में उस शख्स ने भी आत्महत्या कर ली। दोस्तों की दोस्ती को देख लोगों ने इस दिन को मित्रता दिवस घोषित कर दिया। दोस्ती और लगाव के इस रूप को देख कर अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मनाने का फैसला लिया। धीरे धीरे ये दिन प्रचलन में आ गया और भारत समेत अन्य कई देशों में अगस्त के पहले रविवार को मित्रता दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा।

हर व्यक्ति की जीवन में कोई न कोई दोस्त होता ही है। दोस्ती की भावना विश्वास, एकजुटता और खुशहाली को प्रोत्साहित करती है। दोस्ती की न तो उम्र होती है और न ही राष्ट्रभेद। ऐसे में दोस्ती का महत्व जितना जरूरी है, उतना ही इस महत्व को हर दोस्त को महसूस कराना। इसलिए हर साल दोस्ती दिवस मनाया जाता है।


Post a Comment

Previous Post Next Post