आइए जानते है।आखिर शरीर में जाने के बाद ये गांजा करता क्या है। कि इंसान का दिमाग ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ हो जाता है। साथ ही इसके दस नुकसान जो कर सकता है आपके जीवन को बर्बाद

गांजा 




अमन केसरवानी पत्रकार टुडे इंडिया प्लस 



गांजे में पाए जाने वाले ये दोनों केमिकल्स यानि THC और CBD के अलग-अलग काम हैं. जहां एक तरफ THC नशा बढ़ाता है तो वहीं दूसरी ओर CBD, THC के प्रभाव को कम करता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि CBD लोगों की घबराहट को कम करने में काफी मदद करता है। जैसा की भारत में गांजा (Cannabis) पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है, इसके बावजूद लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार और सेवन करते हैं. यूं तो हमारे देश में बीते हजारों सालों से गांजा लिया जा रहा है. साल 1985 तक गांजे पर किसी भी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं थी लेकिन राजीव गांधी की सरकार ने 1985 में NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances) एक्ट लेकर आई. इस एक्ट के तहत गांजे को प्रतिबंधित कर दिया गया. गांजे को लेकर कई तरह की बातें कही जाती हैं. गांजे के नुकसान बताने वालों के साथ इसके फायदों का जिक्र करने वालों की संख्या भी अच्छी-खासी है. इसके साथ-साथ बीते कई सालों से देश में गांजे पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की भी मांग की जाती रही है।


*_आइए जानते है आखिर ये गांजा है क्या चीज_*


जहां एक ओर भारत समेत कई देशों में गांजे पर प्रतिबंध लगाया गया है तो वहीं कई देशों में ये पूरी तरह से लीगल है. गांजा को अंग्रेजी में कैनेबिस (Cannabis) कहा जाता है. दरअसल, कैनेबिस के फूलों से ही गांजा बनाया जाता है. आमतौर पर गांजे को सिगरेट की तरह स्मोक किया जाता है. वहीं, कई लोग बताते हैं कि इसे खाया भी जाता है और घोलकर भी पीया जाता है. भारत में गांजे को NDPS के अंतर्गत लाने की सबसे बड़ी वजह थी कि ये एक मनोसक्रिय मादक (Psychoactive Drug) है. गांजा स्मोक करने के बाद हमारे दिमाग में कई तरह की गतिविधियां होने लगती हैं. दरअसल, कैनेबिस के पौधे में करीब 150 तरह के कैनेबिनॉइड्स (Cannabinoids) पाए जाते हैं. कैनेबिनॉइड्स को आप आसान भाषा में एक केमिकल के रूप में समझ सकते हैं. कैनेबिस के पौधे में पाए जाने वाले 150 केमिकल्स में दो केमिकल्स ऐसे भी होते हैं जो दिमाग पर सबसे ज्यादा असर डालते हैं. इन केमिकल्स के नाम हैं THC और CBD.


*_शरीर पर ऐसे असर करता है गांजा_*


गांजे में पाए जाने वाले ये दोनों केमिकल्स यानि THC और CBD के अलग-अलग काम हैं. जहां एक तरफ THC नशा बढ़ाता है तो वहीं दूसरी ओर CBD, THC के प्रभाव को कम करता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि CBD लोगों की घबराहट को कम करने में काफी मदद करता है. लेकिन, ये इंसान को उस वक्त हिलाकर रख देती है जब गांजे में THC की मात्रा CBD की मात्रा से ज्यादा हो. जब कोई इंसान गांजा स्मोक करता है तो THC खून के साथ हमारे दिमाग तक पहुंच जाता है और गड़बड़ करने लगता है. इसके बारे में थोड़ा और जानने की कोशिश करते हैं. ये तो आपको मालूम ही होगा कि हमारा दिमाग अपना सारा काम न्यूरॉन्स की मदद से करता है और गांजा पीने के बाद न्यूरॉन्स ही कंट्रोल से बाहर हो जाता है।



*_कम उम्र के लोगों के लिए खतरनाक है गांजा_*


गांजा पीने के बाद जब हमारा न्यूरॉन्स या दिमाग बेकाबू हो जाता है तो लोगों को बेशक आनंद की अनुभूति होती है लेकिन वे कोई बात ज्यादा देर तक याद नहीं रख पाते, वे पहले की तरह किसी बात तो याद भी नहीं कर पाते यानि यदि ऐसे लोगों को कोई बात बताई जाए तो वे उनके दिमाग में नहीं बैठती. बताते चलें कि ये सभी कम अवधि वाली दिक्कतें हैं जो गांजे का नशा उतरने के बाद ठीक हो जाती हैं. प्रतिबंधित होने की वजह से गांजे को लेकर कोई बहुत ज्यादा रिसर्च या स्टडी भी नहीं हुई है. लेकिन ये कम उम्र के लोगों पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है



*_गांजे के 10 खतरनाक नुकसान, जानें जरूरी बातें_*


आपने गांजे का नाम तो जरूर सुना होगा। अधिकतर लोग इस बात से भी वाकिफ होंगे कि यह नशे की लत लगाने वाली एक खतरनाक चीज है। इसे स्लो पॉइजन कहना गलत नहीं होगा। लेकिन इतने दुष्प्रभावों के बाद भीलोग इसका सेवन करते हैं बिना इसके नुकसान को जाने। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि यदि कोई व्यक्ति गांजे का उपयोग करता है तो उसे क्या-क्या स्वास्थ्य समस्या हो सकती है! आइए जानते हैं। 


*_जानें गांजे के नसे से होने वाले 10 प्रकार के नुकसान_*


*_(1)गांजे के ज्यादा सेवन से मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।_*

 

*_(2)गांजे के नियमित सेवन से आप प्रेरणाविहीन महसूस कर सकते हैं।_*

 

*_(3)यदि आप नियमित गांजे का सेवन करते हैं तो आपकी मानसिक स्थिति पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।_*



*_(4)गले और मुंह में जलन, कैंसर और खांसी बनी रहती है।_*

 

*_(5)यदि नियमित गांजे का सेवन किया जाए तो इससे हार्टअटैक आने का खतरा बना रहता है। गांजे का सेवन करने से हड्डियां गलने लगती हैं।_*


*_(6)गले और मुंह में जलन, कैंसर और खांसी बनी रहती है।_*

 

*_(7)यदि नियमित गांजे का सेवन किया जाए तो इससे हार्टअटैक आने का खतरा बना रहता है। गांजे का सेवन करने से हड्डियां गलने लगती हैं।_*


*_(8)कम उम्र में नौजवानों ने जितना ज्यादा नशा किया, उनकी बुद्धि उतनी ही मंद होती गई और नशा छोड़ने पर भी उनकी बुद्धि का विकास नहीं हो पाया।_*


*_(9) लंबे समय तक गांजे का उपयोग करने से सांस के रोग होने का खतरा रहता है।_*


*_(10) यदि आप गांजे का सेवन करते हैं तो आपकी याददाश्त भी प्रभावित हो सकती है। इससे आपके सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों पर प्रभाव पड़ सकता है।_*


*_(11)नियमित गांजे का उपयोग लगातार खांसी और कफ का कारण बन सकता है।_*


*_आइए जानते है।आखिर शरीर में जाने के बाद ये गांजा करता क्या है। कि इंसान का दिमाग ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ हो जाता है।_*



*_जानें सराय अकिल अधिक्षक अरूण तिवारी का है क्या कहना_*


सराय अकिल अधिक्षक डॉक्टर अरुण तिवारी का कहना है की गांजे व अन्य नसे का सेवन का जो लोग सेवन करते है। यह लंबे समय से इसका उपयोग करते है।उनके अंदर एक एडिक्शन मतलब लत लग जाती है। जिससे अगर वो एकाएक अगर उस नसे को छोड़ना चाहे गा तो वह अकेले यह नही कर सकता। इसके लिए उसके आसपास परिवार के लोग और स्वास्थ विभाग में डॉक्टरों के द्वारा काउंसलिंग एवं (रिहैबिलिटेशन) के द्वारा उसकी लतको धीरे धीरे खत्म किया जाता है। जिसे वह कुछ टाइम बाद उसकी लत खत्म हो जाती है। अचानक छोड़ने पर बेचैनी, धड़कन का तेज होना, पेट में मरोड़ उठना, शरीर में दर्द होना, पाचन क्रिया और विसर्जन क्रिया का गड़बड़ हो जाना होता है। ऐसे मरीजों को चिन्हित करके परिवार की जिम्मेदारी होती है की उसकी आदतों को छुड़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा बनाए गए डी एडिक्शन सेंटर में लेजाकर डॉक्टर के अंडर में एडमिट कराए और उसका सम्पूर्ण इलाज करवाए।




*_अमन केसरवानी पत्रकार हिंदुस्तान न्यूज पेपर एवं प्रभारी पब्लिक ऐप वा टुडे इंडिया प्लस 7007468543_*

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